White pillow.
The falling of the sun. And the rising of the dreams.
Wednesday, June 22
' सपनों की सुराही '
"....तू भी अगर कहीं.... भीग रही इन बूंदों में ..... तो मैं दूर नहीं इतना
की तुझे औरों की तरह बूंदों में आँसू छुपाने पड़े ....बेफिक्र होके झूमो !
....मैं मौजूद हूँ ....वहीँ कहीं बारिश की भीगी हवाओं में ......."
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