ठिकाना ?
न तुझे , न मुझे खबर ....
तू संग मेरे
चल सके अगर ,
फिर
चाहे कहीं
ले जाए डगर ______
" डगर , तो डगर है ....बस एक बार चल पड़ो ..फिर तो डगर खुद ही अपने साथ लेके हमें चल पड़ेगी "
फिर न मालूम मुझे
किस घड़ी ?
ख़त्म ये
ज़िन्दगी का सफ़र होगा .....
फिर जहाँ भी ______
जाए ठहर
'ये चार कदम '
वहीँ अपना ..' ठिकाना '
वहीँ अपने ...' ख़्वाबों का शहर ' होगा _____
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